Open Network for Digital Commerce (ONDC) प्रोडक्ट और सर्विस के आदान-प्रदान के लिए भारत में एक ओपन और इंटरऑपरेबल प्लेटफॉर्म की नई पहल की गई है जो सरकार समर्थित है। ONDC का उद्देश्य ई-कॉमर्स बाजार में कॉम्पिटेटिव और इनोवेशन को बढ़ावा देना जिसके माध्यम से छोटे व्यवसायों के लिए डिजिटल अर्थव्यवस्था में प्रतिभा करना आसान बनाना है।
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(ONDC) ओएनडीसी अभी बीटा वर्जन में उपलब्ध है, एवं कुछ शहरों में ही ऑपरेट किया जा रहा है , यह माना जा रहा है कि इसमें भारतीय ई-कॉमर्स बाजार को प्रभावित करने की पूरी क्षमता है। प्लेटफॉर्म के 2023 में अभी कुछ ही शहरों में ट्रायल के लिए लॉन्च किया गया है, इसके आने के पश्चात भारत में प्रोडक्ट और सर्विस को खरीदने और बेचने के तरीके बहुत अधिक प्रभावित भी होंगे।
(ONDC)ओएनडीसी के कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
- प्रतिस्पर्धाः ओएनडीसी के द्वारा सभी कंपनियों के लिए समान अवसर प्रदान किया जाएगा, जिसके द्वारा ई-कॉमर्स बाजार में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा। इससे सीधा लाभ उपभोक्ताओं को होगा, क्योंकि उपभोक्ताओं को कम कीमत एवं अधिक विकल्प मिलेंगे।
- इनोवेशन: ONDC नए व्यवसायों और नए विचारों के लिए एक प्लेटफार्म प्रदान करके जो ई-कॉमर्स बाजार में इनोवेशन को प्रोत्साहित करेगा। इससे उपभोक्ताओं को नए प्रोडक्ट और सर्विसिस उपलब्ध होंगी।
- छोटे व्यवसाय: ONDC के माध्यम से छोटे व्यवसायों के लिए डिजिटल इकोनामी में प्रतिभाग करना आसान बना देगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्लेटफॉर्म ओपन और इंटरऑपरेबल होगा, जिससे छोटे व्यवसायों के लिए बायर और सेलर से जुड़ना आसान हो जाएगा।
ONDC एक प्रमुख आधुनिक पहल है जिसके माध्यम से भारत वर्ष में प्रोडक्ट ओर सर्विस को खरीदने एवं बेचने के तरीकों में काफी बदलाव लाने की क्षमता है। यह प्लेटफार्म प्रारंभिक दौर में है, लेकिन फिर भी व्यापारियों एवं उपभोक्ताओं के द्वारा इसमें बहुत अधिक रुचि दिखाई जा रही है।
ओएनडीसी के आने से भारतीय ई-कॉमर्स मार्केट पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ने की उम्मीद जताई जा रही है, एवं इसको भारतीय डिजिटल इकोनामी में सबसे महत्वपूर्ण डेवलपमेंट में से एक माना जाएगा।
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ओएनडीसी कैसे काम करता है ?
ONDC की कार्यप्रणाली को बेहतर ढंग से समझा के लिए आप उसकी तुलना यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) से कर सकते हैं। UPI के माध्यम से उपयोगकर्ता अपने बैंक खाते से मोबाइल का उपयोग करके किसी को भी भुगतान कर सकता है, भले ही अन्य उपयोगकर्ता के द्वारा कोई विशेष ऐप का उपयोग किया जा रहा हो या नहीं। इसी तरह, ओएनडीसी प्लेटफार्म बायर और सेलर के मध्य एक इंटरमीडियरी इंटरफ़ेस की तरह कार्य करता है।
उदाहरण के लिए, यदि किसी खरीदार के द्वारा ऑनलाइन फोन खरीदना की इच्छा है, तो वर्तमान समय में वह किसी भी मौजूदा ईकामर्स ऐप जैसे कि अमेज़ॅन या फ्लिपकार्ट पर खोज करेगा। और उसमें सबसे बेस्ट डील खोजने के लिए खरीदार को अलग-अलग एप्लीकेशन में जाकर देखना होगा। इसमें उपयोगकर्ता का बहुत अधिक समय लगता है। ओएनडीसी के द्वारा इस समस्या का समाधान उपलब्ध कराया है।
मान लीजिए आपके द्वारा ओएनडीसी का उपयोग करके अमेज़ॅन जैसे मौजूदा E-commerce App में से किसी एक को ओपन किया जाता है। उस स्थिति में, खरीदार को अमेज़न ऐप के भीतर बेचने वालों की सूची और फ्लिपकार्ट, अन्य स्टोर और ओएनडीसी के साथ रजिस्टर्ड किसी भी अन्य एप्लीकेशन के विकल्प मिलेंगे।
ONDC इस प्रकार बायर को प्राइस ,क्वालिटी, कंसेशन आदि कंपेयर करने के अवसर सुनिश्चित करता है। यह बायर या सेलर को Other Apps से डिलीवरी एजेंट चुनने की अनुमति भी देता है यदि सिलेक्टेड एप्लीकेशन का डिलीवरी एजेंट Delivery Service provide करने के लिए उपलब्ध नहीं है।
ओएनडीसी के सम्मुख कुछ चुनौतियाँ हैं:
- मौजूदा खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा: ONDC को मौजूदा ई-कॉमर्स प्लेयर्स जैसे Amazon और Flipkart से अधिक प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा। इन खिलाड़ियों के पास जहां एक बड़ा कंजूमर बेस एवं एक मजबूत ब्रांड की उपस्थिति है,और वे ओएनडीसी को बाजार हिस्सेदारी देने के लिए अनिच्छुक होंगे।
- टेक्नोलॉजी चैलेंजिस : ONDC एक जटिल प्लेटफार्म है, एवं इस प्लेटफार्म को सफलतापूर्वक विकसित करने एवं उसको लॉन्च करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। ओएनडीसी को कई टेक्निकल चैलेंज से पार पाने की जरूरत होगी, जैसे यह सुनिश्चित करना कि प्लेटफॉर्म सुरक्षित और स्केलेबल है।
- रेगुलेशन के चैलेंज : ONDC को कई रेगुलेशन का पालन करने की आवश्यकता होगी, जैसे डेटा प्रोटेक्शन और उपभोक्ता प्रोटेक्शन से संबंधित। ओएनडीसी को सरकार के साथ समन्वय बनाकर कार्य करना होगा जिससे यह प्लेटफार्म सभी आवश्यक नियमों के अनुरूप कार्य करने में सक्षम हो।
कई चुनौतियां होने के बावजूद भी ओएनडीसी प्लेटफार्म में बड़ी सफलता हासिल करने की क्षमता है। सरकार के द्वारा इस प्लेटफार्म को पूरा समर्थन है, और इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि इसके आने के बाद भारतीय ई-कॉमर्स मार्केट प्रभावित होगा। यह इंडियन डिजिटल रिकॉर्डिंग के महत्वपूर्ण डेवलपमेंट में से एक है।
आने वाले वर्षों में यह देखना अधिक दिलचस्प होगा कि ओएनडीसी प्लेटफॉर्म किस प्रकार प्रदर्शन करता है। एवं समस्या आने पर उसका समाधान कितनी तत्परता से करने में सक्षम होता है।
*अधिक जानकारी के लिए ONDC की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर प्राप्त करें :- https://ondc.org/
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FAQ :- Open Network for Digital Commerce (ONDC).
क्या ONDC भारत में उपलब्ध है ?
24 मई 2023 तक, ओएनडीसी ने ऑपरेशन के 1 साल पूरा करने के बाद एक साल का एक शानदार अचीवमेंट हासिल किया। वर्तमान में यह भारत के 236 शहरों में हुआ। एवं,इसके लगभग 36,000 विक्रेता और 45 से अधिक नेटवर्क प्रतिभागी हैं। इसने 8 से अधिक श्रेणियों में अपने ऑपरेशन का विस्तार किया है।